राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने के लिए मनाएंगी प्रदेश कांग्रेस कमेटी, अगले हफ्ते पास होगी प्रस्ताव पास

नई दिल्ली- कांग्रेस (Congress) राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को अध्यक्ष बनाने के लिए मनाने की आखिरी कोशिश भी नहीं छोड़ने वाली है. दरअसल, सूत्रों ने बताया है कि अगले एक हफ्ते में देश की सभी प्रदेश कांग्रेस कमिटी राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित करेंगी. हालांकि राहुल गांधी पहले ही साफ कर चुके हैं कि वह यह जिम्मेदारी नहीं लेंगे.

पिछले ही दिनों भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष बनने के सवाल पर राहुल गांधी ने कहा था, ”जब चुनाव की प्रक्रिया खत्म होगी तब आपको पता चल जाएगा कि मैं अध्यक्ष बन रहा हूं या नहीं. अगर मैं नामांकन नहीं करता तब आप सवाल पूछ सकते हैं.”

अध्यक्ष पद के चुनाव पर क्या बोले जयराम रमेश?

कांग्रेस में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर आज वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने कहा कि नया अध्यक्ष चुनने के लिए व्यापक सहमति बनाई जानी चाहिए और किसी भी स्थिति में संगठन से जुड़े मामलों में नेहरू-गांधी परिवार का महत्व बना रहेगा.

जयराम रमेश ने आगे कहा कि अगर पार्टी अध्यक्ष चुनाव में गांधी परिवार के अलावा कोई और अध्यक्ष चुना जाता है तब भी सोनिया गांधी वह व्यक्ति होंगी जिनकी ओर हर व्यक्ति उम्मीद से देखेगा और राहुल गांधी सदैव ही पार्टी के वैचारिक केंद्र बिंदु बने रहेंगे. जयराम रमेश ने कहा कि राहुल गांधी उदार और लोकतांत्रिक व्यक्ति हैं और वह बैकडोर से पार्टी चलाने जैसा काम नहीं करेंगे.

…तो अराजक हो जाएगी पार्टी
जयराम रमेश ने आशंका जताई कि आलाकमान नहीं होने की दशा में पार्टी अराजक हो जाएगी और उसमें उचित अनुशासन नहीं बचेगा.

कब होंगे अध्यक्ष पद के चुनाव?
कांग्रेस की ओर से घोषित चुनाव कार्यक्रम के अनुसार 22 सितंबर को पार्टी अध्यक्ष पद के चुनाव की अधिसूचना जारी होगी. 24 सितंबर को नामांकन दाखिल किया जा सकता है और यदि यहां पर एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को इसके लिए चुनाव किया जाएगा.

क्या राहुल लड़ेंगे अध्यक्ष पद का चुनाव?
जयराम रमेश ( ने कांग्रेस में बहुत सारे नेताओं की राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाने की मांग के बारे में कहा कि यह फैसला खुद राहुल गांधी को करना है कि वह अध्यक्ष पद का चुनाव लड़ेंगे या नहीं. रमेश ने कहा कि लोग उनसे पूछ रहे हैं कि क्या आप उम्मीदवार हैं? नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया पूरी होने के बाद वही लोग फिर पूछेंगे आप उम्मीदवार क्यों नहीं हैं? राहुल जी विचित्र स्थिति में पड़ गए हैं. फैसला उनको ही करना है, मुझे नहीं पता है कि वह क्या करने जा रहे हैं.’’